धामपुर। गर्मी के मौसम में नगर वासियों के मनोरंजन के लिए आयोजित होने वाला मेला ठेकेदारों की आपसी प्रतिस्पर्धा के चलते विवाद में पड़ गया।

यहां बताते चलें कि सहारनपुर के ठेकेदार द्वारा सर्वाधिक बोली लगाने के बाद बिना भुगतान जमा किए वह मौके से फरार हो गया। कई घंटे इंतजार के बाद भी जब ठेकेदार वापस नहीं लोटा तो नीलामी को स्थगित कर दिया गया।
उल्लेखनीय है कि के एम इंटर कॉलेज के मैदान पर गर्मियों के अवकाश के दौरान मनोरंजन के लिए मेले का आयोजन किया जाता है।विगत वर्ष दिल्ली की संस्था समृद्धि स्वैच्छिक संगठन एवं एक समाचार पत्र के द्वारा सफलतापूर्वक मेले का आयोजन किया गया था।इस वर्ष भी इसी संस्था के द्वारा मार्च के महीने में के एम इंटर कॉलेज के मैदान पर मेला आयोजित करने के लिए सारी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई थी।
प्रशासन के द्वारा मैदान को किराए पर देने के लिए नीलामी का आयोजन किया गया।बताया जाता है कि नीलामी में भाग लेने के लिए कुल 22 आवेदन कर्ताओं द्वारा प्रतिभाग किया गया। नीलामी की शर्तों के अनुसार नीलामी लेने वाले ठेकेदार को बोली का 25 प्रतिशत भुगतान आज ही जमा करना था।दिल्ली से आये ठेकेदार राजेश कुमार राणा ने आरोप लगाया कि नीलामी में भाग लेने के लिए कुछ धोखेबाज ठेकेदार शामिल हो गये।इन ठेकेदार के ग्रुप ने नीलामी की दर को इतना ऊंचा पहुंचा दिया कि वह अन्य ठेकेदारों की पहुंच से बाहर हो गया।
सहारनपुर के ठेकेदार सेठपाल के मैनेजर ने 41 लाख की बोली लगाकर सबको चौका दिया। बोली लगाने के बाद ठेकेदार का आदमी वहां से फरार हो गया। कई घंटे बीतने के बाद भी जब वह वापस नहीं लौटा तो कॉलेज प्रशासन के द्वारा उससे संपर्क किया गया।मगर उसने अपना फोन रिसीव नहीं किया।शुक्रवार की शाम 5 बजे तक बोली लगाने वाले ठेकेदार के द्वारा धनराशि जमा न करने पर नीलामी निरस्त कर दी गयी ।
नीलाम अधिकारी नायब तहसीलदार परमानंद श्रीवास्तव का कहना है कि ठेकेदार के द्वारा निर्धारित धनराशि जमा नहीं करने के चलते नीलामी निरस्त कर दी गई है।फर्जी ठेकेदारों के द्वारा नीलामी को मजाक बना देने से मेले का आयोजन में अब समय लग सकता है।अब देखना है कि नीलामी कब होती है?