
बिजनौर : वन्यजीव प्राकृत वास प्रवंधन एवं मानव वन्य जीव द्वन्द की रोकथाम हेतु आज केहरिपुर में कार्यशाला संपन्न हुई.
अमानगढ़ टाइगर रिजर्व रेंज के रेंज कार्यालय गाँव केहरीपुर जंगल में सामुदायिक भवन में वन एवं वन्यजीव प्रबंधन में विशेष प्रशिक्षण, वन्यजीव संरक्षण के लिए योजना सह जागरूकता कार्यक्रम के अन्तर्गत दो दिवसीय विशेष प्रशिक्षण सह जागरूकता कार्यशाला संपन्न हुई।

जिसमें WWF के मेराज अनवर दवरा हाथी संरक्षण तथा बी एन सिंह, बायोलॉजिस्ट दवरा वाइल्ड लाइफ मॉनिटरिंग तथा मानव वन्य जीव की घटनाओं के रोकथाम के उपायों के बारे में बताया. ज्ञानसिंह उप प्रभागीय वनाधिकारी द्वारा बिजनौर जनपद के मानव गुलदार संघर्ष तथा उसके प्रभावी उपायों के बारे में विस्तार से वन कार्मिको को प्रशिक्षित किया गया साथ ही ऐसी घटनाओं में वन कार्मिको को संबेदनशील होकर आम जन मानस से बेहतर समन्वय बनाकर गुलदार की घटनाओं में कमी लाने हेतु सह अस्तित्व एवं जन जागरूकता बढ़ाने के विभिन्न उपायों के बारे में बताया.ऐसी घटनाओं से पीड़ित परिवारों को त्वरित सहायता उपलवढ करने तथा आहेतुक धनराशि के वितरण में लगाने बाले समय को कम करने के तकनीकी बिंदुओं पर चर्चा की.हाथी द्वन्द को कम करने तथा उनके प्राकर्तिक वास स्थल के विकास के सम्बन्ध में अंशुमान मित्तल दवरा अपने विचार रखे. वाइल्ड लाइफ कंसर्वेशन में फोटोग्राफी के महत्त्व के बारे में इटावा सफारी पार्क के एजुकेशन अधिकारी कार्तिक द्विवेदी द्वारा प्रशिक्षण दिया गया.इस कार्यशाला के समापन के उपरांत विश्व प्रकृति निधि संस्था के दवरा अमानगढ़ टाइगर रिज़र्व में कार्य कर रहे वन कर्मियों बीट प्रभारियों को वन्य जीव संरक्षण में उनके योगदान तथा साइकिल पेट्रोलिंग हेतु प्रशस्ति स्वरुप के रूप में साइकिल वितरण का कार्यक्रम किया गया.

कार्यशाला का संचालन एवं समन्वय ज्ञान सिंह एस डी ओ बिजनौर दवरा किया गया तथा धन्यवाद ज्ञापन अंशुमान मित्तल दवरा किया गया.
आयोजित कार्यशाला में प्रभागीय वन निदेशक बिजनौर अरूण कुमार, उपप्रभागीय वनाधिकारी बिजनौर ज्ञान सिंह, उपप्रभागीय वनाधिकारी नगीना अंशुमन मित्तल, रेंजर धामपुर गोविंदराम गंगवार, रेंजर बिजनौर स्वरुप रावत , रेंजर नगीना/अमानगढ़ प्रदीप कुमार शर्मा, उपराजिक श्यामलाल यादव, सहित अमानगढ़ रेंज का समस्त स्टाफ मौजूद रहा।
