देश-विदेश के हजारों श्रद्धालुओं ने उत्साह पूर्वक भाग लिया।

वृंदावन। शीतल छाया स्थित जीवा आश्रम पर संतो के पावन सानिध्य में आयोजित वार्षिक महंताई समारोह में रविवार को विविध धार्मिक अनुष्ठान सम्पन्न हुए। जिसमें देश-विदेश के हजारों श्रद्धालुओं ने उत्साह पूर्वक भाग लिया।
महामंडलेश्वर राधा देव प्रसाद जी महाराज ने कहा कि नारायण की भक्ति में ही परम आनंद मिलता है। भगवान प्रेम के भूखे हैं। वासनाओं का त्याग करके ही प्रभु से मिलन संभव है। महंत सत्य नारायण दास ने कहा कि यह संसार भगवान का एक सुंदर बगीचा है। यहां चौरासी लाख योनियों के रूप में भिन्न- भिन्न प्रकार के फूल खिले हुए हैं। मानव हृदय ही भगवत भक्ति के पुष्प खिलाने चाहिए। महंत मोहिनी बिहारी महाराज ने कहा कि धर्म और संस्कृति के बिना व्यक्ति का कोई अस्तित्व नहीं है इन दोनों से ही व्यक्ति के जीवन को पहचान मिलती है और प्रभु के उत्सव उसे जीवन में उल्लास व उमंग लाते हैं। इससे पूर्व हरिनाम संकीर्तन हुआ। जिसमें गाजे-बाजे के साथ हजारों देशी विदेशी श्रद्धालुओं ने भक्ति मय धुन पर नाचते गाते हुए प्रभु का गुणगान किया । वहीं संत संगोष्ठी में विभिन्न संप्रदाय के संतों का माल्यार्पण, पटूका ओढ़ाकर व स्मृति चिन्ह भेंट कर अभिनंदन भी किया गया। इस अवसर पर जीवा आयुर्वेदा के डायरेक्टर ऋषि पाल सिंह चौहान, बीएसएफ के आईजी एके द्विवेदी, नरेश कुमार शर्मा, अनुराग कुमार शुक्ला, पंडित लुकुट प्रसाद, जगन्नाथ पोद्दार, जगमोहन, ज्ञानी राजपूत, अभीचरण दास, नारायणदास, नवल किशोर दास आदि उपस्थित थे।