- बांके बिहारी मंदिर पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, तोड़े सारे रिकॉर्ड

वृंदावन। एकादशी के अवसर पर धर्म नगरी वृंदावन में श्रद्धालुओं ने भीड़ के सारे रिकॉर्ड को धता बताते हुए श्रद्धालुओं ने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया जिससे वृंदावन की सड़क और कुंज गलियां जाम से कराह उठी। इस दौरान बांके बिहारी मंदिर तथा निधिवन राज मंदिर में हालात यह रहे की सकरी गलियां भीड़ से पटी हुई नजर आई।
एक तो शनिवार रविवार की छुट्टी दूसरे एकादशी का दिन। ऐसे में बांके के दीवाने अपने आप को रोक ना सके और अपनी गाड़ियों का रुख सीधा वृंदावन की ओर कर दिया। पहले से ही दम तोड़ चुकी शहर की यातायात व्यवस्था में नई उमड़ी भीड़ में चार चांद लगा दिए और धर्म नगरी वृंदावन की हर गली से लेकर चौराहों तिराहों एवं मथुरा वृंदावन के मुख्य मार्ग पर केवल जाम ही जाम नजर आया। हालत यह रहे कि ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी भी श्रद्धालुओं के वाहनों की भीड़ के दबाव में बौने नजर आ रहे थे। चारों ओर लगे इस जाम ने वृंदावन नगर के स्थानीय निवासियों को घरों में कैद होने के लिए मजबूर कर दिया और लोग आवश्यक काम होने पर भी घर से बाहर निकलने पर बचते नजर आए। वृंदावन की सड़कों पर दो दिन पूर्व ही भारी जाम लगना प्रारंभ हो गया था और लोगों ने पहले ही अंदाजा लगा लिया था कि इस बार रविवार का दिन जाम की भेंट चढ़ने वाला है। नगर के विद्यापीठ चौराहा, नगर निगम चौराहा और अटला चुंगी पर लोगों को अपने गंतव्य तक पहुंचाने के लिए घंटे का इंतजार करना पड़ा।
यह है जाम के मुख्य कारण
वैसे तो वृंदावन नगर में हमेशा श्रद्धालुओं का दबाव रहता है। जिससे निपटने के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा यातायात व्यवस्था तैयार की जाती है। लेकिन वर्तमान परिस्थितियों में यातायात बेकाबू होने का एक मुख्य कारण नगर में प्रतिदिन बढ़ रही बैटरी रिक्शा की समस्या है। जिस पर काबू पाने में नगर निगम प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन नाकाम नजर आ रहे हैं। दूसरा मुख्य कारण नगर विकास विभाग द्वारा संचालित इलेक्ट्रिक बसे हैं जिन्हें मुख्य मार्ग पर टेंपो और बैटरी रिक्शा कम करने के लिए लगाया गया था। जबकि आज के समय में बैटरी रिक्शा आदि तो प्रतिदिन बढ़ ही रहे हैं इसमें इलेक्ट्रिक बसों ने भी आज में घी का काम किया है। कम चौड़ी सड़कों पर जब दो बसें आमने-सामने से आ जाती हैं तो हालत जाम के बन जाते हैं।
दूसरी ओर बांके बिहारी मंदिर क्षेत्र में भी श्रद्धालुओं की भीड़ ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए और विद्यापीठ चौराहे पर लगे बैरिकेडिंग पर सुबह ही हजारों की संख्या में लोग अपने आराध्य के दर्शन करने के लिए पहुंच गए। बैरिकेडिंग पर तैनात पुलिसकर्मियों द्वारा भीड़ को नियंत्रित करने का प्रयास किया गया लेकिन भीड़ के दबाव के आगे पुलिस प्रशासन भावना नजर आया। दर्शनों के दौरान कई बार मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के बीच धक्का मुक्की के हालात बने साथ ही श्रद्धालुओं को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा।