श्रीमद् भागवत कथा के साथ शुरू होगा कार्यक्रम
वृंदावन (दुष्यंत दीक्षित)। मां कात्यायनी पीठ (मंदिर) का शताब्दी समारोह 29 जनवरी से श्रीम भागवत कथा की शोभायात्रा के साथ शुरू होगा। शोभायात्रा मंदिर से कथा स्थल तक जाएगी। इसमें शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंच गए हैं।

कात्यायनी ट्रस्ट के अध्यक्ष विष्णु प्रकाश, सचिव रविदयाल, पूर्व सचिव नरेश दयाल एवं ट्रस्टी संजय बहादुर ने पत्रकारों को बताया कि पांच फरवरी 2023 (माघी पूर्णिमा) को मां कात्यायनी मंदिर के सौ वर्ष पूरे हो रहे हैं। इसी क्रम में 29 जनवरी से 05 फरवरी 2023 तक शताब्दी वर्ष उत्सव 2023 मनाया जा रहा है। उत्सव के दौरान मंदिर परिसर में ही ठाकुर राधारमण मंदिर के सेवायत एवं विश्व प्रसिद्ध कथा व्यास श्री श्री वत्स गोस्वामी महाराज 29 जनवरी से 04 फरवरी 2023 तक प्रतिदिन अपराह्न तीन बजे से सायं 6.30 बजे तक श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण मां कात्यायनी और उनके भक्तों को कराएंगे। कथा समापन के बाद रात्रि आठ बजे श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद की भी व्यवस्था की गई है। इस दौरान ही मंदिर परिसर में शतचंडी महायज्ञ भी शुरू होगा। मां कात्यायनी को 56 भोग भी अर्पित होगा। उन्होंने बताया कि 05 फरवरी 2023 को सुबह 10 से 11.30 बजे तक विशेष चार आरती होगी। मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा का जिक्र करते उन्होंने बताया कि बंदरों के आतंक से मुक्ति दिलाने के लिए मंदिर के आंगन में लोहे के जाल से डलवा दिया गया है। इस कारण बंदरों की फौज मंदिर के अंदर नहीं आती। श्रद्धालुओं के हाथों के बैग छीनने और आंखों से चश्मा उतारकर नहीं ले जाने की घटना नहीं होती है। उन्होंने बताया कि कथा पंडाल के आसपास लंगूर बंदरों की भी व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि शताब्दी उत्सव में प्रमुख संतों, सांसद, विधायकों समेत अधिकारियों, बुद्धिजीवियों, व्यापारी नेताओं और पत्रकारों को भी आमंत्रित किया गया है।