ठाकुर बाँके बिहारी मंदिर में उडा अबीर गुलाल
-बसंत पंचमी से ही हो जाता है ब्रज में 40 दिवसीय फाग महोत्सव का आगाज

वृन्दावन। (कृष्ण कान्त सारस्वत) योगीराज भगवान श्री कृष्ण की क्रीड़ा स्थली श्री धाम वृंदावन बसंत पंचमी के अवसर पर रंगों की इंद्रधनुषी छटा में रंगा हुआ नजर आया। जहां एक ओर देश के दूरदराज क्षेत्रों से आए भक्तों ने बांके बिहारी मंदिर में जमकर अपने आराध्य के साथ अबीर गुलाल की होली खेली तो वहीं दूसरी ओर राधाबल्लभ मंदिर एवं राधा रमण मंदिर में भी सेवायत गोस्वामी द्वारा भक्तों पर जमकर अबीर गुलाल उड़ाया गया। इस दौरान भक्त आज बिरज में होली रे रसिया आदि दोनों पर नाचते हुए नजर आए।
बासंतिक बयार की सुखद अनुभुति के साथ ही कान्हा की नगरी में होलीकोत्सव का आगाज हो गया। ठाकुर श्री बाँके बिहारी मन्दिर में स्वामी हरिदास के लडैते बाँके बिहारी जी महाराज को अबीर गुलाल लगाकर गोस्वामी समाज ने पद गायन किया तो श्रद्धालुओ का मन मयूर नाच उठा। साथ ही प्रसिद्ध शाहजी के मंदिर में भी अदभुत बसंती कमरे में विराजे ठाकुर राधा शाहबिहारी के दर्शन कर श्रद्धालु कृतार्थ हो उठे। समूचे विश्व में बसंत पंचमी पर्व पर शनिवार को बसंत ऋतु का आगमन हो गया। मंदिर, देवालयोे में जहां ठाकुरजी को विशेष पीत वस्त्र धारण करा आकर्षक श्रंृगार किया गया वहीं घर-घर में विद्यादात्री माँ सरस्वती का पूजन-अर्चन भी किया गया। जग प्रसिद्ध ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में प्रातः काल से ही ठाकुर बाँके बिहारी महाराज के दर्शनों के लिये श्रद्धालुओं का रैला उमड पडा। सेवायत गोस्वामियो द्वारा ठाकुर कृपारूपी रस अबीर गुलाल के रूप में बरसाया गया। जिसका कण कण पाने को श्रद्धालु खासे लालयित दिखाई दिए।

इसी क्रम में नगर के प्रमुख ठा. शाह बिहारी मंदिर में बसंत पंचमी के अवसर पर बसंती कमरे में ठा. शाह बिहारी ने अलौकिक श्रृंगार के मध्य अपने भक्तों को दर्शन दिये। वर्ष में एक बार खुलने वाले बसंती कमरे में रंग बिरंगी ,पीली-पीली चमचमाती रोशनी में ठाकुर जी के दर्शन कर श्रद्धालुओं ने अपने आप को धन्य किया। बसंत पंचमी पर दो दिन खुलने वाले बसंती कमरे के दर्शनों के लिये भी दूरदराज से बडी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। मंदिर परिसर को दुल्हन की तरह सजाया गया था रात्रि में जगमगाती आकर्षण विद्युत सजावट बरबस ही श्रद्धालुओ को अपनी ओर आकर्षित कर रही थी।