बिजनौर/बढ़ापुर: नगर के मुख्य बाजार स्थित एक दुकान की छत पर बने कमरे में एक इंटर कॉलेज के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को गैर सम्प्रदाय की एक महिला के साथ रंगरलियां मनाते बढ़ापुर पुलिस ने रँगे हाथ पकड़ कर थाना बढ़ापुर ले गए। जहां देर रात बढ़ापुर पुलिस ने फील गुड कर अधेड़ एवं महिला को छोड़ दिया। मामला दो सम्प्रदाय का होने के चलते हुए नगर अफ़वाहों का बाजार गर्म है। बढ़ापुर पुलिस के इस रवैये से पुलिस पर सवालिया निशान लग रहे हैं।
बताया जा रहा है कि नगर मुख्य बाजार में स्थित एक मेडिकल स्टोर स्वामी ने नगर में ही निवास करने के उद्देश्य से दुकान की छत पर कमरे बनाकर उसमें निवास किया था परन्तु परिवार द्वारा गांव में ही रहने की जिद पर मेडिकल स्टोर स्वामी ने दुकान पर बने कमरे को किराए पर दें दिया। जिसको नगर के एक इंटर कॉलेज का एक कर्मचारी किराए पर ले लिया। जहां पर अकेला रहने के चलते हुए कर्मचारी द्वारा उक्त कमरे में शराब से लेकर शबाब तक का सेवन किया जा रहा था। नगर के ही एक मोहल्ला निवासी एक व्यक्ति की विवाहित पुत्री को कमरे में बुलाकर अपने साथियों संग रंगरलियां मनाता था। अकेले कर्मचारी के कमरे में लगातार महिला को आते जाते देख पास पड़ोस के लोग दोनों को रँगे हाथ पकड़ने की जुगत में लग गये। जिसके चलते हुए शुक्रवार को देर शाम जब महिला कर्मचारी के कमरे में पहुचीं तो पास पड़ोस के लोगों द्वारा पुलिस को सूचना दे दी गई। जिस पर नगर पुलिस चौकी की टीम मौके पर पहुँच गई औऱ दोनों को आपत्तिजनक हालात में रँगे हाथ पकड़ लिया। तलाशी लेने पर पुलिस को आरोपी कर्मचारी के पास से सेक्स पावर की दवाइयो के खाली रैपर भी मिले। मामले के चर्चा नगर में आग की तरह फैल जाने के कारण मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई मामला दो सम्प्रदाय का होने के कारण मोके पर ही तरह तरह की चर्चा होने लगी जिसके चलते हुए टीम रंगरलियां मना रहे प्रेमी युगल को थाना बढ़ापुर ले गए जहां पर देर रात बढ़ापुर पुलिस ने मामले में फील गुड करते हुए महिला के पिता को थाने बुलाकर महिला से मन माफिक लिखित तहरीर लिखवा कर महिला को उसके पिता के सुपुर्द कर दिया। जबकि देर रात ही आरोपी कर्मचारी को कॉलेज के प्रिंसिपल को बुलाकर उसके हवाले कर दिया। बढ़ापुर पुलिस की इस कार्यवाही ने पुलिस प्रशासन पर सवालिया निशान लगा दिया है।
इस सम्बंध में जब थाना प्रभारी अनुज कुमार तोमर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि महिला द्वारा कमरा देखने की बात कही गई इसलिए कोई अपराध नही हुआ है इसी कारण दोनों को घर भेज दिया गया था।