वृंदावन। वृंदावन में ठाकुर बांके बिहारी मंदिर परिसर में बनने वाले कॉरिडोर को लेकर हो रहे विरोध के 11 वे दिन ब्रजवासियों द्वारा विरोध का प्रदर्शन करते हुए शंख बजाकर सोती हुई सरकार को जगाने का प्रयास किया गया।
बता दें कि सरकार द्वारा बांके बिहारी मंदिर एवं आसपास के व्यावसायिक प्रतिष्ठान एवं आवासों को नष्ट कर कॉरिडोर बनाने की रूपरेखा तैयार कर ली गई है। जिसके फलस्वरूप ब्रज वासियों द्वारा अपने विरोध प्रदर्शन के 11 वे दिन शंख बजाकर प्रदर्शन किया गया। स्थानीय निवासियों के अनुसार सरकार द्वारा काशी एवं उज्जैन में भव्य कॉरिडोर तो बनाया गया है लेकिन इस कॉरिडोर की बलि वहां के सैकड़ों वर्ष पुराने मंदिर एवं आशियाने सरकार ने नष्ट कर दिए जिनसे लोगों की आस्था जुड़ी हुई थी। इसी प्रकार काशी में अनेकों शिवलिंग को अपने मूल स्थान से हटाकर दूसरी जगह स्थापित कर दिया गया है इससे वहां के स्थानीय मंदिरों पर खासा प्रभाव पड़ा है। ब्रज वासियों के अनुसार इस प्रकार का विकास उन्हें कतई मंजूर नहीं है जो उनकी पारंपरिक पौराणिक धरोहरों को नष्ट करके किया जाए। ब्रज वासियों का अपनी धरोहर हो से लगाव इस प्रकार है कि वह अपने प्राण तो दे सकते हैं पर अपनी धरोहरों को मिटने नहीं दे सकते। स्थानीय व्यापारियों एवं गोसवामीयों के अनुसार जब तक कॉरिडोर का फैसला सरकार वापस नहीं लेती है तब तक यह संघर्ष एवं प्रदर्शन अनवरत रूप से जारी रहेगा।
प्रदर्शन करने वालों में मुख्य रूप से प्रिंस खंडेलवाल, अमित गौतम, केशव चौहान ,अनिल गौतम ,अशोक शर्मा, आलोक शर्मा, आशीष वशिष्ठ ,राधा मोहन आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
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