
वृंदावन (कृष्ण कांत सारस्वत)।गांधी मार्ग स्थित गुरु गंगेश्वर भूरामल निशुल्क चिकित्सा सेवा संस्थान श्रोत मुनि निवास आश्रम पर स्वामी भास्करानंद महाराज एवं स्वामी वेदानंद महाराज के नेतृत्व में सोमवार को नेत्र रोगियों के लिए अत्याधुनिक आई मशीनों का शुभारंभ वैदिक मंत्रोच्चारण के मध्य किया गया ।
शुभारंभ करते हुए स्वामी अद्वैत मुनि महाराज ने कहा कि नेत्र दान से बड़ा कोई दान नहीं है। मानव शरीर में नेत्रों की अपनी अहम भूमिका रहती है। प्रभु की बनाई सुंदर सृष्टि का दर्शन नेत्रों से ही संभव है, इसलिए नेत्रदान सबसे बड़ा दान माना गया है ।
स्वामी परमानंद सरस्वती ने बताया कि चिकित्सालय में नेत्र रोगियों के लिए याग लेजर मशीन, सिलत लैम्प, ऑटो रिफ्रैक्टोमीटर नॉन कांटेक्ट टोनोमीटर, ए स्केनर मोटराइजड ऑपरेशन टेबल, एक्जामिनेशन चेयर यूनिट आदि मशीनें स्टेट ऑफ लेट एचबी चनाराय नाईजीरिया के सहयोग से ईश्वर एच थधानी के अथक प्रयास से पीड़ित मानवता की सेवा अस्पताल को समर्पित की गई है ।
इससे पूर्व अत्याधुनिक मशीनों का पूजन अर्चन का आचार्य गोपाल नंदन झा एवं सुनील गौतम के सानिध्य में संतों द्वारा किया गया।
इस अवसर पर डॉ संजय भटनागर डॉ धीरज छपरिया, डॉ पंकज यादव ,स्वामी हर्षित मुनि, संत श्यामानंद महाराज, स्वामी रामेश्वरानंद सरस्वती, आरबी गोयल, रमेश गुप्ता आदि उपस्थित थे।