
बिजनौर । बरसात के मौसम में सेहत के लिए हल्का व सुपाच्य खाना ही बीमारी से बचाव का सही उपचार है | इस मौसम में पाचन शक्ति कमजोर होने से पेट सम्बन्धी बीमारी बहुतायत में होती है | उल्टी – दस्त जैसी पेट की बीमारियों से बचने के लिए अदरक , लहसुन व नीबू प्याज का उपयोग बेहतर रहता है।
जिला यूनानी एवं आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ. इसम पाल सिंह का कहना है बरसात के मौसम में जलभराव होने और सफाई ठीक से नहीं होने पर मच्छर अधिक पैदा होते है,जिनके काटने से डेंगू , मलेरिया , चिकनगुनिया जैसी घातक बीमारियां पैदा होती है | हवा में नरमी होने से वैक्टीरिया भी ज़्यादा पैदा होते है | वैक्टीरिया पाचन शक्ति को प्रभावित करते है , जिससे पेट सम्बन्धी बीमारियों का जन्म होता है | पाचन शक्ति ठीक नहीं होने पर शरीर से अधपचा भोजन बाहर निकलता है, अक्सर इस मौसम में उल्टी दस्त जैसी बीमारी ज़्यादातर हो जाती है,जो समय से उपचार नहीं मिलने पर जानलेवा साबित होती है। पेट सम्बन्धी बीमारियों से बचने के लिए चावल,मैदा ,आलू व अरबी आदि के प्रयोग से बचना चाहिए| इस मौसम में प्याज, जीरा, हींग , राई ,मैथी ,नीबू , चटनी तथा हरी मिर्च का प्रयोग लाभप्रद रहता है।
उन्होने कहा – बरसात के मौसम में बीमारियों से बचने के लिए साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए | घर के आस-पास गन्दा पानी जमा नहीं होने दें ताकि मच्छर पैदा न हो सकें , कूलर व टंकी का पानी बदलते रहना चाहिए ताकि साफ पानी में डेंगू का मच्छर न पनप सके। छत पर रखे सामान में पानी इकट्ठा न होने दें |