
बिजनौर : जिलाधिकारी की अध्यक्षता में महात्मा विदुर सभागार कलेक्ट्रेट मे प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की जनपद स्तरीय निगरानी समिति की समीक्षा बैठक आयोजित हुई. बैठक में उपस्थित जिलाधिकारी एवं समस्त अधिकारी और बैंकर्स का स्वागत करते हुए जिला कृषि अधिकारी डॉ अवधेश मिश्र द्वारा अवगत कराया गया कि खरीफ 2022 में 3577 कृषको द्वारा बीमा कराया गया, जिसमें 2725 ऋणी किसान एवं 852 गैर ऋणी किसान हैं. माह अक्टूबर के प्रारंभ में हुई असामायिक अतिवृष्टि के कारण 25 किसानों द्वारा धान फसल की क्षति की सूचना दी गई, जिसके सत्यापन आदि की कार्रवाई पूर्ण कर ली गई है और क्षतिपूर्ति का भुगतान शीघ्र ही कराने का आश्वासन बीमा कंपनी के प्रतिनिधि द्वारा दिया गया. जिला कृषि अधिकारी द्वारा यह भी अवगत कराया गया कि वर्ष 2020 से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना स्वैच्छिक हो गई है, अतः रवि 2022-23 में सभी बैंकर्स सभी ऋणी किसानों को यह अनिवार्य रूप से अवगत करा दे कि जो किसान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना मे सम्मिलित नहीं होना चाहते हैं, वे अंतिम तिथि 31 दिसंबर 2022 से एक सप्ताह पूर्व opt आउट फॉर्म भर कर संबंधित बैंक में अनिवार्य रूप से जमा कर दें. संबंधित बैंक शाखा के प्रबंधक द्वारा भी यह सुनिश्चित करे कि सभी ऋणी किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में सम्मिलित होने अथवा ना होने के संबंध में अवगत करा दिया गया है. जनपद हेतु नामित बीमा कंपनी इफको टोकियो लिमिटेड के प्रतिनिधि शम्मी आलम द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए अवगत कराया गया कि जनपद बिजनौर में रबी सीजन के लिए गेहूं, सरसों मसूर एवं आलू की फसलें अधिसूचित है और फसल बुवाई ना होने से लेकर फसल कटाई के 14 दिन तक क्षतिग्रस्त अधिसूचित फसले इस योजना के अंतर्गत कवर है. अतः वर्तमान मौसमीय परिस्थितियों के दृष्टिगत अधिक से अधिक किसानों को इस योजना के अंतर्गत अच्छादित करने का अनुरोध किया गया. जिला अग्रणी प्रबंधक बी के बंसल के द्वारा अवगत कराया गया कि नामित कंपनी द्वारा योजना का प्रचार प्रसार ना कराए जाने से किसानों को योजना की जानकारी नहीं है, जिससे ना केवल योजना का आच्छादन बहुत कम है बल्कि प्रीमियम काटे जाने पर बैंकों को किसानो का विरोध भी झेलना पड़ता है. साथ ही यह भी अवगत कराया गया कि कंपनी के प्रतिनिधियों का लीड बैंक कार्यालय व बैंक से समन्वय का सर्वथा अभाव है. कंपनी के प्रतिनिधियों द्वारा विकासखंड व जनपद स्तर पर आयोजित बैठकों में प्रतिभाग नहीं किया जाता है. जिला सहकारी बैंक के महाप्रबंधक संजय गुप्ता द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद में 76 सहकारी समितियों के कृषको की बैठक होने जा रही है, यदि इसमें बीमा कंपनी के प्रतिनिधियों द्वारा प्रतिभाग कर योजना की जानकारी किसानों को उपलब्ध कराई जाती है तो योजना का सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा. उप कृषि निदेशक गिरीशचंद्र द्वारा बीमा कंपनी के प्रतिनिधि को अवगत कराया गया कि विकासखंड स्तरीय रवि गोष्ठी होने जा रही है, बीमा कंपनी के जनपदीय व तहसील स्तरीय प्रतिनिधि अनिवार्य रूप से गोष्ठी में प्रतिभाग करें और लीड बैंक कार्यालय तथा सहकारी बैंक द्वारा आयोजित बैठकों में भी अपने प्रतिनिधियों की सहभागिता सुनिश्चित कराएं. जिलाधिकारी उमेश मिश्रा द्वारा बीमा कंपनी द्वारा योजना के प्रचार-प्रसार ना कराए जाने और किसानों की सहभागिता कम होने पर गहरा रोष व्यक्त किया गया, साथ ही खरीफ 2022 में अतिवृष्टि से फसलों की क्षति की क्षतिपूर्ति का भुगतान न होने पर भी नाराजगी प्रकट की गई. ततक्रम में बीमा कंपनी के प्रतिनिधि को निर्देशित किया गया कि सभी ग्राम पंचायतों में ग्राम प्रधान के नेतृत्व में प्रचार प्रसार वाहनों के माध्यम से योजना का विधिवत प्रचार प्रसार करते हुए ग्राम प्रधान से तत्सम्बन्धी प्रमाण पत्र भी प्राप्त किया जाए. साथ ही यह भी निर्देशित किया गया कि सभी किसानों को गोष्ठियों के माध्यम से यह अवश्य अवगत करा दिया जाए कि यह योजना स्वैच्छिक हो गई है और जिन किसानों को इस योजना में शामिल नहीं होना है, वे अपना फॉर्म भरकर अपने बैंक में जमा कर दें. जिलाधिकारी महोदय द्वारा यह भी अपेक्षा की गई कि सभी बैंक शाखाओं में योजना के बारे में विस्तार से जानकारी देने हेतु फ्लेक्सी लगवाई जाए तथा प्रचार प्रसार के अन्य साधनों का इस्तेमाल करते हुए कृषि विभाग एवं बीमा कंपनी के द्वारा योजना का सम्यक प्रचार प्रसार सुनिश्चित किया जाए.